दोस्तों हमारा भारत कितना बड़ा है यह तो आप लोग जानते होंगे हमारे भारत में अलग-अलग धर्म और जाति के लोग होते हैं जिनका अपना अपना मान्यता है भारत में हर धर्म के लोग रहते हैं लेकिन ज्यादातर भारत में सनातन धर्म यानी कि हिंदू लोग रहते हैं आज हम लोग बात करने वाले हैं चार धाम यात्रा के बारे में आप या आपके गांव में कोई भी इंसान अगर यात्रा के लिए जाता है तो वह वह ज्यादातर यात्रा काशी महाकालेश्वर या केदारनाथ का होता है

लेकिन क्या कभी आप लोगों ने सोचा है कि जो बड़े बुजुर्ग होते हैं वह यात्रा करने के लिए चार धाम क्यों जाते हैं आखिरकार यह चार धाम क्या होता है और चार धामों के नाम क्या क्या है आज मैं आपको उनकी कहानी मान्यता और यह बताऊंगा कि जब लोग वृद्ध होने लगते हैं तो चार धाम यात्रा पर क्यों जाते हैं इसके पीछे की कहानी क्या है अगर आपको यह सब हिंदी भाषा में जानना है तो हमारे साथ बने रहिए
चार धाम यात्रा क्या है | What is Char Dham Yatra
दोस्तों भारत में चार धाम यात्रा की बहुत मान्यता है यह बात आप लोग अच्छी तरह से जानते होंगे अगर आपके घर में आपकी बुड्ढी दादी हैं या नानी है बाबा है या नाना है वह चार धाम यात्रा पर जरूर गए होंगे अगर नहीं गए होंगे तब भी वह बोलते होंगे कि हम चार धाम यात्रा पर जाएंगे आखिर इसके पीछे की कहानी क्या है क्यों लोग जाना चाहते हैं यह बताने से पहले आप लोग जान लीजिए कि चार धाम यात्रा के नाम क्या-क्या है
बद्रीनाथ रामेश्वरम द्वारिका जगन्नाथ पुरी
दोस्तों यह चार वही मंदिर है जिसे लोग चार धाम यात्रा के नाम से जानते हैं चार धाम यात्रा का बहुत ही मान्यता है भारत में कुछ लोग वृद्ध होने पर जाते हैं और कुछ लोग अपने मर्जी से भी चले जाते हैं चाहे उनकी उम्र कितनी भी हो दोस्तों ऐसा माना जाता है कि अगर कोई चार धाम यात्रा पर जाता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और इतना ही नहीं वह मरने के बाद सीधा बैकुंठ धाम प्राप्त होता है चार धाम की यात्रा 2023 में मई से शुरू होती है
छोटी चार धाम यात्रा क्या है और उनका नाम | Chhoti Char Dham Yatra
जो असल में चार धाम यात्रा माना जाता है उनके नाम मैंने आप लोगों को ऊपर बताया है अब जो मैं आपको बताने वाला हूं उसे कुछ लोग छोटी चार धाम यात्रा के नाम से जानते हैं जो कि सब आसपास हैं उनके नाम में आपको नीचे बता रहा हूं
केदारनाथ
बद्रीनाथ
यमुनोत्री
गंगोत्री
इन धामों को छोटी चार धाम यात्रा कहा जाता है जो भारत के अलग-अलग जगह पर हैं लेकिन जो भारत के चार धाम यात्रा है वह जगन्नाथ पुरी उड़ीसा में है रामेश्वरम जो तमिलनाडु राज्य में स्थित है द्वारिका जो गुजरात में है और बद्रीनाथ जो उत्तराखंड में है इस तरह यह भारत के चार धाम है जो कि अलग अलग राज्य में है अब चलिए मैं आप लोगों को इन सब मंदिरों की प्रमुख बातें और इनकी कुछ कहानी बताता हूं
बद्रीनाथ | Badrinath
बद्रीनाथ धाम भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है यह मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में है हिंदू धर्म के हिसाब से इस मंदिर को बहुत ही श्रद्धा भाव से पूजा जाता है और इसे भारत का सबसे पवित्र स्थान भी माना जाता है इस मंदिर में भगवान विष्णु जी की मूर्ति है साल में 6 महीना यह मंदिर खुला रहता है और 6 महीना यह मंदिर बंद रहता है इसका यह कारण है कि लोग यहां के यह मानते हैं की 6 महीना भगवान विष्णु विश्राम करते हैं और 6 महीना जागते हैं अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए
रामेश्वरम | Rameshwaram
रामेश्वरम एक ऐसा स्थान है जहां पर हिंदू धर्म की बहुत श्रद्धा और भक्ति की मान्यता है रामेश्वरम भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है यह रामनाथपुरम जिले में है यह भारत का सबसे पवित्र स्थानों में गिना जाता है यहां की मान्यता ऐसी है कि श्रीराम ने यहां पर खुद शिवलिंग की स्थापना की थी यह मंदिर हिंद सागर और बंगाल की खाड़ी से घिरा हुआ है और एक छोटे से टापू पर है
ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर जिस टापू पर है वह भूमि से जुड़ा हुआ था लेकिन यहां पर समुद्र की लहरें इतनी तेज थी कि यह भूमि से अलग हो गया श्री राम जी ने अपने सेतु का निर्माण भी यहीं से शुरू किए थे जब उन्हें माता सीता को छुड़ाने लंका जाना था बाद में रावण के भाई विभीषण के गाने पर उन्होंने इस पुल को छुड़वा दिया और उसका नाम धनुष्कोडी पड़ गया जिसे हम लोग भारत का आखरी रास्ता भी बोलते हैं जहां पर सब रास्ते जाकर खत्म हो जाते हैं भारत के
द्वारिका नगरी | Dwarika
द्वारिका भी भारत के चार धामों में गिनी जाती है यह भारत के गुजरात राज्य में स्थित है जिसे कुछ लोग देवभूमि द्वारका जिले के नाम से जानते हैं इसे भारत का सबसे पवित्र स्थान भी माना जाता है यह गोमती नदी और अरब सागर के किनारे बसा हुआ है इसे लोग प्यार से श्री कृष्ण भगवान की राजधानी भी बोलते थे हिंदू धर्म के हिसाब से यह बहुत ही पवित्र स्थान है इस जगह का निर्माण श्री कृष्ण जी ने अपने हाथों से किया था जब वह मथुरा से आए थे तब
जगन्नाथ पुरी | Jagannath Puri
जगन्नाथ पुरी भारत के उड़ीसा राज्य में स्थित है और इस मंदिर को देखने के लिए सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं यह उड़ीसा के तटवर्ती शहर में स्थित है यह भारत के सबसे पवित्र स्थानों में एक माना जाता है इस मंदिर को दिव्य माना जाता है क्योंकि इसकी स्थापना द्वापर युग में की गई थी यह नगरी श्री कृष्ण भगवान को अर्पित है जो कि इस के नाम से पता चलता है जगन्नाथ जी यानी कि श्री कृष्ण भगवान
जगन्नाथ मंदिर का रथ यात्रा तो आपको पता ही होगा जिसमें पूरे भारत और दुनिया भर के लोग इकट्ठा होते हैं इस मंदिर में तीन सबसे प्रसिद्ध मूर्तियां हैं जिनमें जगन्नाथ जी उनके बड़े भाई बलभद्र जी और तीसरी सुभद्रा जी की है यह जो मूर्तियां हैं वह लकड़ी की बनी होती है और हर 12 वर्ष में बदली जाती हैं इनकी रथयात्रा देखने के लिए पूरे भारत से लोग उड़ीसा जाते हैं इसकी खास बात यह है कि इस मंदिर में सिर्फ हिंदू धर्म के लोग ही जा सकते हैं
FAQ
भारत के चार धामों के नाम बताइए ?
बद्रीनाथ, रामेश्वरम, जगन्नाथ पुरी, द्वारिका
जगन्नाथ पुरी मंदिर में किस भगवान की मूर्ति है ?
जगन्नाथपुरी में तीन मूर्ति हैं पहला श्री जगन्नाथ जी की है दूसरी उनके बड़े भाई श्री बलभद्र जी की है और तीसरी सुभद्रा जी की है
छोटा चार धाम किसको कहा जाता है ?
बद्रीनाथ, केदारनाथ , गंगोत्री, यमुनोत्री
द्वारिका नगरी किस राज्य में स्थित है ?
भारत के गुजरात राज्य में स्थित है
चार धाम यात्रा का सही क्रम क्या है कहां से शुरू करें ?
बद्रीनाथ , द्वारिकाधीश , जगन्नाथ पुरी , रामेश्वरम
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इस लेख के आखरी शब्द
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैंने आप लोगों को भारत के चारों धामों के नाम क्या-क्या है | Char Dham Ke Name in Hindi के बारे में बताया हूं अगर आप लोगों को जानकारी अच्छी लगी होगी तो अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करिएगा