छोटे बच्चे से लेकर बड़े लोग दशहरा का इंतजार करते हैं कि कब दशहरा आए और उनके गांव में रामलीला और मेले का आयोजन हो लेकिन बहुत से लोगों को या नहीं पता है कि दशहरा क्यों मनाया जाता है आखिर इसके पीछे का इतिहास क्या है तो चलिए मैं आप लोगों को इसके पीछे की कहानी और इतिहास बताता हूं साथ में मैं आपको दशहरा का महत्व भी बताऊंगा और इसे कैसे मनाते हैं यह भी बताऊंगा तो चलिए इस लेख को शुरू करते हैं
दशहरा क्या है | what is Dussehra
कसारा हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है दशहरा को हम लोग विजयदशमी के नाम से भी जानते हैं और लोगों का यह मानना है कि इस दिन बुराई पर अच्छाई की विजय हुई थी लोग ऐसा कहते हैं कि इस दिन श्री राम रावण का वध करके सीता माता को उसके चंगुल से आजाद कर आए थे और उनको लेकर वापस अयोध्या आए थे दशहरा त्योहार को 10 दिन तक मनाया जाता है
दशहरा क्यों मनाया जाता है | Why is Dussehra Celebrated
दशहरा क्यों मनाते हैं इस पर बहुत सारा पौराणिक कहानी है लेकिन कुछ कहानी बहुत ही ज्यादा प्रचलित है तो चलिए मैं आपको उसके बारे में बताता हूं।
दशहरा का इतिहास | Dashara History in Hindi
1• राम और रावण
दशहरा क्यों मनाते हैं इस पर पहली कहानी है राम और रावण की जब राम जी वनवास में आए थे तब वह बाहर एक पत्थर पर बैठकर तपस्या कर रहे थे तभी वहां पर एक राक्षसी आई जिसका नाम था शूर्पनखा और यह राक्षसी से कोई और नहीं बल्कि राजाओं के राजा महाराजा रावण की बहन थी जब यह राम जी को देखी तब यह उन पर मोहित हो गई और अपना भेष बदलकर राम जी के पास आई और उनसे शादी करने का प्रस्ताव बताया इस पर राम जी ने कहा हे नारी मेरा विवाह हो चुका है

तब सूर्पनखा काफी ज्यादा गुस्सा हो गई और वह सीता माता को खाने के लिए आगे बढ़ी तभी वहीं खड़ा लक्ष्मण अपना तलवार साफ कर रहे थे और तब लक्ष्मण ने गुस्से में शूर्पनखा का नाक काट दिया और शूर्पनखा वहां से अपने भाई के पास चली गई जिसका नाम रावण था शूर्पनखा अपने भाई से सब घटना बताई तब रावण गुस्से में सीता माता को हर ले गया अपनी बहन का बदला लेने के लिए और उसके बाद रामजी ने
एक अपनी विशाल बानर सेना बनाई और रावण से युद्ध करने के लिए उसके राज्य चले गए और इन दोनों लोगों के बीच युद्ध हुआ जिसमें राम जी ने रावण के नाभि में तीर मारकर उसका अंत कर दिए और तभी से पूरा देवता राम जी को पर फूल बरसाने लगे और उसी दिन से बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए यह त्यौहार मनाया जाता है
दशहरे का क्या महत्व है | What is The Significance of Dussehra
दशहरा पर बुराई पर अच्छाई की जीत का महत्व है अब मेरे कहने का यह मतलब नहीं है कि रावण बुरा था नहीं रावण के अंदर का जो क्रोध था वह बुरा था क्योंकि रावण जितना ज्ञानी अभी भी पृथ्वी पर नहीं जन्मा है खैर इस पर मैं आप लोगों को एक पूरी कहानी लिखकर बाद में बताऊंगा
दशहरे के दिन कुछ लोग अपने नए बिजनेस को शुरू करते हैं तो कुछ लोग नई कार ज्वेलरी या फिर अपने घर के लिए सामान खरीदते हैं क्योंकि इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है और इस दिन को काफी उत्सुकता से मनाया जाता है
दशहरा कैसे मनाया जाता है | How is Dussehra celebrated
दशहरा में सबसे पहले आपके गांव या शहर में जो बड़े-बड़े बच्चे रहते हैं वह मूर्ति रखते हैं और आपके गांव में रामलीला का आयोजन किया जाता है साथ ही उसके साथ जिस दिन दशहरा रहता है उस दिन आपके चौराहे या फिर गांव में मेले का आयोजन किया जाता है
जहां पर आप लोगों को जिलेबी रसगुल्ले मिठाईयां अन्य प्रकार की समान और खेलने की चीजें मिलती हैं तीन लोग पटाखे और फुलझड़ियां जलाते हैं और रावण का एक बहुत ही बड़ा पुतला जलाया जाता है और इसी को बुराई पर अच्छाई की जीत मानते हैं |
FAQ
2023 का दशहरा कब है ?
शनिवार 23 और 24 अक्टूबर 2023 को
रावण कौन था ?
रावण ने राक्षसों का राजा था
दशहरा के कितने दिन बाद दीपावली आता है ?
इस बार 2023 में दशहरा के 24 दिन बाद दिवाली आएगा
लोगों ने क्या सीखा ?
इस लेख में मैंने आप लोगों को दशहरा के बारे में पूरी जानकारी दिया हूं अगर पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करिएगा ~ धन्यवाद ~