नमस्कार आज के इस आर्टिकल में मैं आप लोगों को गणेश जी की पूरी आरती लिख कर बताऊंगा दोस्तों अगर आप लोग अपने घर में गणेश जी की आरती गाते हैं तो ऐसा माना जाता है कि उस घर में सुख समृद्धि छप्पर फाड़ के आती है वह सिर्फ इतना ही नहीं अगर आप किसी भी नए काम की शुरुआत कर रहे हैं और उसमें गणेश जी की आरती गाते हैं तो आपका वह काम सफल हो जाएगा ऐसा पुराणों में लिखा है
तो अगर आप लोग भी गणेश जी की पूजा करते हैं उनकी अर्चना करते हैं तो यह आरती आप लोगों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होने वाला है तो चलिए मैं आप लोगों को बताता हूं
गणेश जी की आरती लिखित | Shree Ganesh Ji Ki Arati
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
‘सूर’ श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
श्री गणेश जी की आरती इंग्लिश में | Shri Ganesh Ji Ki Arati in English
Jai Ganesh, Jai Ganesh,Jai Ganesh Deva।
Mata Jaki Parvati,Pita Mahadeva॥ Ekadanta Dayavanta Char Bhujadhaari
Mathe Par Tilak Sohe,Muse Ki Savari॥ Mathe Par Sindoor Sohe Muse Ki Savari
Paan Charhe, Phool Charhe,Aur Charhe Meva Haar Charhe, Phool Charhe,Aur Charhe Meva
Ladduan Ka Bhog Lage,Sant Karein Seva॥ Jai Ganesh, Jai Ganesh Jai Ganesh Deva
Mata Jaki Parvati,Pita Mahadeva॥ Andhe Ko Aankh Deta Korhina Ko Kaya
Banjhana Ko Putra Deta,Nirdhana Ko Maya Soora’ Shyama Sharana Aaye,Saphal Kije Seva
Mata Jaki Parvati,Pita Mahadeva॥ Deenana Ki Laaj Rakho Shambhu Sutavari
Kaamana Ko Poorna Karo Jaga Balihari॥ Jai Ganesh, Jai Ganesh Jai Ganesh Deva
Mata Jaki Parvati,Pita Mahadevan
गणेश जी की छोटी सी कहानी | Ganesh Ji Ki Kahani Hindi me
किसी गांव में एक बुढ़िया रहती थी | वह भगवान गणेश की बहुत बड़ी भक्त थीं उसके परिवार में बेटे और बहू थी बुढ़िया के बहू की काफी सालों से संतान प्राप्त नहीं हुई थी एक दिन भगवान गणेश उसकी तपस्या से और पूजा पाठ से प्रसन्न होकर उसके पास आए और बोले
मांगो तुम क्या मांगती जो भी तुम मांगोगी मैं तुम्हें दूंगा इस पर गुड़िया बोली कि मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया है मैं आप से क्या मांगू मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है इस पर भगवान गणेश जी बोले कि तुम अपने बेटा और बहू से पूछ कर मुझे बता सकती हो इस पर बुढ़िया ने हां किया और अपने बेटे के पास गई

उसके बेटे ने कहा कि तुम भगवान से धन मांग लो तब हम लोग आराम से रहेंगे तभी उसकी बहू बोली नहीं मां जी मुझे संतान चाहिए अब भगवान जी से संतान प्राप्ति की आशीर्वाद ले लो और यह बात सुनकर बुढ़िया अपने पड़ोसन के पास गई और उससे पूछा तो उसकी पड़ोसन बोली कि तू धन लेकर क्या करेगी तू उसके बदले अपने आंखों की रोशनी मांग ले
सब बात सुनकर बुढ़िया भगवान गणेश जी के पास गई और बोली आप मुझे नौ करोड़ की माला दे , नौकरी और काया दे , अमर सुहाग दे , आंखों की रोशनी दे , नाती पोता दें, और सब परिवार में सुख और स्वास्थ्य की मोक्ष दें इस पर गणेश भगवान को पता चल गया कि यह बुढिया कितनी समझदार है
गणेश जी ने बुढिया से बोला कि माता तुमने तो मुझे ठग लिया अब मेरे वचन के हिसाब से जैसा आप ने मांगा है आपको बिल्कुल वैसा ही मिलेगा इतना कह कर गणेश जी वहां से चले गए
और भी पढ़े ….
•रोहनप्रीत सिंह का जीवन परिचय
•एक्टर पंकज त्रिपाठी का जीवन परिचय
•व्लादिमीर पुतिन का जीवन परिचय
•गौतम अडानी का जीवन परिचय
•अमेरिका की राजधानी कहां है पूरी जानकारी
इस लेख के आखरी शब्द
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैंने आप लोगों को “गणेश जी की आरती हिंदी में | Ganesh Ji Ki Aarti Hindi Me” के बारे में बताया हूं अगर आप लोगों को जानकारी अच्छी लगी होगी तो अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करिएगा