होली क्यों मनाई जाती है | होली पर निबंध, कहानी, गाना, भाषण | Holi 2023

होली का त्यौहार किस को नहीं पसंद है आपको तो पता ही होगा होली का त्यौहार रंगों से मनाते हैं और जैसे ही कोई गोली का नाम सुनता है उसके चेहरे पर खुशियां तोड़ जाती हैं पूरे देश में होली बहुत ही उल्लास से मनाया जाता है होली के दिन हम अच्छे अच्छे कपड़े

पहनते हैं बढ़िया-बढ़िया पकवान खाते हैं और घरों को अच्छे से साफ करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि होली क्यों मनाई जाती है होली बनाने की शुरुआत कब से हुई अगर आपको नहीं पता है तो इस होली को आप जान लीजिए इस लेख को पूरा पढ़ते रहिए 

होली क्या है होली कौन सा त्यौहार है ?

होली हमारे देश का प्रमुख त्योहारों में से एक है यह पर्व हर – साल बसंत ऋतु के यानी की फागुन के महीने में मनाया जाता है मार्च के महीने में और यह  त्योहार सबसे खुशी वाला त्योहार है इस दिन हमारे घर अच्छे-अच्छे पकवान बनते हैं अपने घरों को साफ करते हैं और लोगों को रंग लगाने के लिए जाते हैं अपने दोस्तों के साथ गुलाल खेलते हैं इसके आने पर सर्दी खत्म हो जाती है और गर्मी का मौसम आ जाता है 

होली कअब आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा कि आखिर होली क्यों मनाई जाती है तो इससे जुड़ी बहुत सी प्राचीन कथाएं हैं उनमें से एक कथा है बहुत ज्यादा प्रचलित है कहा जाता है कि हिरणकश्यप नामक एक बलशाली असुर था से नामक एक बलशाली असुर था उसके पास वरदान था ना वह दिन में मरेगा ना वह रात में मरेगा ना वह इंसान के हाथ से मरेगा ना

वह शैतान के हाथ से मरेगा ना वह भगवान के हाथ से मरेगा ना वह घर के अंदर मरेगा ना घर के बाहर मरेगा ना अस्त्र से ना शास्त्र से ना दिन में ना रात में ना धरती पर ना आकाश में इसीलिए वह ज्यादा घमंडी हो गया था और खुद को भगवान समझ में लगा था और अपने प्रजा पर बहुत ज्यादा अत्याचार करता था उसका एक बेटा भी था 

जिसका नाम पहलाद था वह असुर का बेटा था फिर भी वह भगवान विष्णु की पूजा करते थे हिरण कश्यप के डर से कोई भी भगवान का पूजा नहीं करता था लेकिन उसका बेटा करता था इसीलिए वह अपने बेटे को कई बार चेतावनी दिया लेकिन जब उसका बेटा नहीं माना तब वह अपने बेटे को मारने का फैसला किया है मृत्यु इसलिए वह अपने इस साल में

अपनी बहन होलिका की सहायता मां की होलिका के वरदान था उसके पास से एक वस्त्र था जिसे पहनकर अगर वह आग में बैठती तो आप उसे छू नहीं सकती थी इसीलिए वह अपनी बहन को बोला कि तुम पहलाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठ जाओ और ठीक ऐसा ही किया गया जब होलिका प्रहलाद को लेकर आग में बैठी तब 

कुछ देर बाद होलिका आग में जल गई और आग ने पहलाद को छुआ तक भी नहीं और जब इसके बाद पहलाद की मृत्यु नहीं हुई तब उसके पिता हिरण कश्यप ने उसे यह खंभे से बांध दिया तब विष्णु भगवान को गुस्सा आया और वह आधा जानवर और आधा भगवान के रूप में आकर अपने नाखूनों से हिरण कश्यप का वध किया तभी हिरण कश्यप के राज्य के लोग खुशी के मारे एक-दूसरे पर गुलाल फेंकने लगे और तभी से होली का त्यौहार मनाया जाता है 

होली कैसे मनाई जाती है ?

होली आप लोगों को अच्छे कपड़े पहन कर साफ-सुथरे कपड़े पहन कर अपने दोस्तों के साथ मनाई जाती है याद रहे आप लोगों को ऐसा कलर बाजार से नहीं खरीदना है जिसमें केमिकल मिला रहे हैं आप लोगों को नेचुरल कलर खरीदना है जिससे किसी भी चेहरे पर किसी भी तरीके का कोई भी इंफेक्शन ना हो और वह कलर बिलकुल सेफ हो 

होली में क्या क्या ना करें ?

होली में आप लोगों को किसी को भी ऐसा कलर नहीं लगाना है जो कि छूटे ना और होली में आप लोगों को कलर लगाते समय यह ध्यान देना है कि कलर किसी के कान या फिर ना क्या फिराक में ना जाए आप लोगों को बहुत सतर्कता से किसी को कलर लगाना है आप लोगों कलर लगाते समय दो ना नहीं है नहीं तो आप लोग गिर जाओगे और फिर चोट लग जाएगी आप लोग को बिल्कुल सावधानी से और खुशियां से होली मनानी चाहिए 

होली के बारे में जानकारी ?

होली हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है इस दिन सबके घर अच्छे-अच्छे पकवान बनते हैं उनके घरों को साफ-सुथरा किया जाता है और अपने मित्रों और रिश्तेदारों के साथ होली का त्यौहार मनाया जाता है उन को गुलाल लगाकर और अपने से बड़ों का आशीर्वाद लिया जाता है और होली धूमधाम से मनाया जाता है

होलिका क्यों जलाई जाती है ?

होली की 1 दिन पहले होलिका दहन होता है जिसमें लकड़ी गाय का गोबर से ढेर बनाकर उसको जलाया जाता है ताकि उसमें हम लोगों का पाप कपट छल सारा जलकर भस्म हो जाए और हम लोग का जीवन सुख में और आनंद पूर्वक बीते

होली का महत्व क्या है ?

होली का महत्व है बुराई पर अच्छाई की जीत जिस तरह हिरण्यकश्यप का वध करके भगवान विष्णु ने बुराई पर अच्छाई की जीत कर आई है उसी तरह आप भी लोग हमेशा सच्चे और अच्छे बने रहिए 

होलिका के माता का क्या नाम था ?

होलिका के माता का नाम दिती था इनके दो बच्चे थे होलिका और हिरण्यकश्यप

होलिका के पिता का क्या नाम था ?

होलिका के पिता का नाम कश्यप ऋषि था और इनके दो बेटे थे हिरण कश्यप और होलिका 

होली कौन से महीने में पड़ती है ?

होली मार्च के महीने में पढ़ती है होली पंचांग के अनुसार फागुन में पड़ती है 

होली का क्या अर्थ है ?

होली का दो अर्थ होता है एक बुराई पर अच्छाई की जीत और दूसरा मानव के जीवन में हमेशा पवित्रता और सुख के कलर होने चाहिए

होली के दिन क्या खाया जाता है ?

होली के दिन बहुत सारे अच्छे पकवान खाए जाते हैं जैसे ठंडाई रसगुल्ले बालूशाही लड्डू रसमलाई पकोड़ा आदि चीजें

होली के दिन रंग क्यों लगाते हैं ?

ऐसा माना जाता है श्री कृष्ण यानी कि भगवान विष्णु अपने दोस्तों के साथ होली के दिन में रंग खेलते थे तभी से होली के दिन सब लोग रंग लगाते हैं

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होली क्यों मनाया जाता है | Holi Kyo Manaya Jata hai

उम्मीद करता हूं दोस्तों इस लेख में आप लोगों को पता चल गया होगा कि होली क्यों मनाया जाता है होली में दूसरों के सेहत के साथ खिलवाड़ ना करें केमिकल वाला रंग ना यूज करें बिल्कुल नेचुरल रंग यूज करें और सब के साथ मिलजुल कर रहे हैं

अगर आपको आर्टिकल पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करिएगा अगर आपके मन में इस लेख से जुड़ा कोई भी प्रश्न है तो इसके नीचे कमेंट करिए गा 

मेरे तरफ से और इस पूरे विशाल से सीखो फैमिली की तरफ से आप लोगों को हैप्पी होली आप हमेशा अपने जीवन में खुश रहें और जो भी आप लोग गोल बनाकर रखें जो भी बनना चाहते हैं उसमें भगवान आप लोगों की बहुत से बहुत मदद करें आगे बढ़ने में धन्यवाद

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