दोस्तों आप लोगों ने दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी एप्पल का नाम तो जरूर सुना होगा आज एप्पल के मोबाइल कितने ज्यादा मांगी मिलती हैं या आप लोग जानते ही होंगे जो बड़े-बड़े एक्टर होते हैं या जो करोड़पति होते हैं वह सब लोग एप्पल का मोबाइल इस्तेमाल करते हैं क्योंकि उनको पता है
कि आप बहुत ज्यादा महंगा आता है और सुरक्षित रहता है लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि एप्पल कंपनी का मालिक कौन है अगर नहीं तो मैं आपको बता दूं कि उनका नाम स्टीव जॉब्स और उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर इंसान सच्चे दिल से कुछ भी करना चाहे
तो वह कर सकता है उन्होंने ना तो कभी पढ़ाई की थी और ना तो कभी बिजनेस का कोर्स किया था लेकिन तभी भी उन्होंने आज दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी खड़ा कर दी आज हम लोग इनके बारे में जानने वाले हैं इनका जीवन परिचय पढ़कर आप लोगों को बहुत ज्यादा मोटिवेशन मिलेगा तो चलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल को शुरू करते हैं
स्टीव जॉब्स की जीवनी | Biography Of Steve Jobs
नाम – स्टीव पाल जॉब्स
जन्म – 24 फरवरी 1955
जन्म स्थान – कैलिफोर्निया अमेरिका
स्कूल – ज्ञात नही
कॉलेज – ज्ञात नही
शिक्षा – आधी अधूरी
कौन थे – एप्पल कंपनी के फाउंडर
नेक्स्ट के फाउंडर और पर्सनल कंप्यूटर मैक फाउंडर
मृत्यु – 5 अक्टूबर 2011 कैलिफोर्निया अमेरिका
स्टीव जॉब्स का जन्म और शुरुआती जीवन | Steve Jobs Birth and Early Life
स्टीव जॉब्स की कहानी शुरू से ही बहुत ज्यादा प्रेरणादायक आप लोगों के लिए होगा यह कहानी शुरू होती है 24 फरवरी 1955 से कैलिफ़ोर्निया में जब एक बच्चे का जन्म होता है जिसका नाम स्टीव जॉब्स होता है इनके पिता का नाम अब्दुलफत: था जो कि सीरिया के निवासी थे और उनकी माता का नाम कैथोलिक था जो कि ईसाई थी जब स्टीव जॉब्स का जन्म हुआ तब उसी साल इन दोनों माता-पिता के बीच में कुछ अनबन हो गए और दोनों लोगों ने फैसला किया कि
स्टीव जॉब्स को किसी बड़े और अमीर फैमिली के गोद में दे दिया जाएगा फिर इसका चुनाव हुआ तो अमेरिका के दो अमीर जोड़ों ने यह फैसला किया कि स्टीव जॉब्स को वह लोग गोद लेंगे लेकिन कुछ दिनों बाद पता चला कि वह लोग अपने बात से बदल गए हैं और उन्होंने किसी लड़की को गोद ले लिया है इससे इनका परिवार बहुत ज्यादा दुखी हुआ लेकिन कुछ महीने बाद दो जोड़े इनके घर आए

जिनमें एक का नाम पाल था और दूसरे का नाम कलारा था उन्होंने स्टीव जॉब्स को गोद लेने के लिए उनके परिवार से बोला हालांकि जो परिवार स्टीव जॉब्स को गोद लेने आया था वह ज्यादा अमीर नहीं था इसीलिए स्टीव जॉब्स की मां नहीं चाहती थी कि उनका बेटा इनके घर जाए लेकिन उनके पिता के समझाने के बाद वह भी इस बात को मान गई वह फैमिली उस दिन स्टीव जॉब्स को अपने साथ लेकर चली गई
पाल और क्लारा दोनों लोग स्टीव जॉब्स को पाकर बहुत ज्यादा खुश थे पाल ने स्टीव जॉब्स के असली मम्मी से यह वादा किया था कि वह स्टीव जॉब्स को बड़े स्कूल में भेजेगा पढ़ने के लिए हालांकि पॉल एक लोकल मैकेनिक था जो कि कैलिफोर्निया के एक शहर में काम करता था हालांकि उसके पास इतने पैसे नहीं थे फिर भी वह स्टीव जॉब्स को एक बड़े स्कूल में भेजना चाहता था पढ़ने के लिए
जब स्टीव जॉब्स छोटे थे तभी से वह सामानों को तोड़फोड़ कर देते हैं कभी इस चीज को जोड़कर कोई अलग चीज बना दिया करते थे हालांकि वह शुरू से ही इलेक्ट्रॉनिक चीजों को समझते थे कुछ भी खराबी होता था तो उसे तुरंत बना देते थे वह एक विद्यार्थी थे लेकिन उन्हें स्कूल जाना पसंद नहीं था वह हमेशा अपनी क्लास में पीछे जाकर बैठे रहते थे किसी से बात नहीं करते थे हालांकि उनके स्कूल में एक उनका बहुत अच्छा दोस्त था जिसका नाम वर्जिनियाक था हालांकि या लड़का भी स्टीव जॉब्स की तरह बहुत ज्यादा होशियार और शातिर था
स्टीव जॉब्स का परिवार | Steve Jobs Family
माता का नाम – कलरा ( गोद ली मां )
पिता – पॉल ( गोद ली पिता )
पत्नी – लोरिन पॉवेल और क्रिस्टन ब्रेन्नन
बच्चे – इव जॉब्स
एरिन जॉब्स
रीड जॉब्स
लिसा जॉब्स
स्टीव जॉब्स की शिक्षा | Steve jobs college school and education
जैसा कि मैंने आपको शुरू में ही बताया था कि स्टीव जॉब्स एक ऐसे विद्यार्थी थे जिन्हें पढ़ना लिखना पसंद नहीं था हालांकि वो स्कूल भी नहीं जाना चाहते थे लेकिन अपने पिता को खुश करने के लिए वह रोजाना स्कूल जाया करते थे उनका दाखिला कैलिफ़ोर्निया के ऑर्गन स्कूल में कराया गया था उनके उच्च शिक्षा के लिए उनके पिता पॉल ने अपने जीवन की सारी कमाई लगा दी थी कुछ समय बाद स्टीव जॉब्स को यह लगने लगा कि वह सिर्फ अपने पिता के पैसे को बर्बाद कर रहे हैं और अपना समय बर्बाद कर रहे हैं उन्हें पढ़ाई से कुछ नहीं मिलने वाला है
इसीलिए उन्होंने क्लास में सबसे पीछे जाकर बैठने लगे वह बस कैलीग्राफी का क्लास अटेंड करते थे ऐसा माना जाता है कि छोटी उम्र में स्टीव जॉब्स के पास पैसे नहीं हुआ करते थे इसीलिए वह कांच की बोतलों को बेचकर जो भी पैसा मिलता था उससे अपना पेट भरते थे और वह अपने दोस्त के घर जा कर सोते थे क्योंकि उस समय उनके पास सोने के लिए जगह नहीं था और जब वह भारत आए थे तब हर रविवार को कृष्ण मंदिर जाते थे जहां पर उन्हें मुफ्त में भरपेट भोजन मिलता था ऐसा बताया गया है
स्टीव जॉब्स का करियर | Steve Jobs Career History in Hindi
स्टीव जॉब्स की करियर की शुरुआत होती है 1972 से जब वह एक गेमिंग कंपनी में काम करते थे कुछ साल काम करने के बाद वहां पर उनका मन नहीं लगा इसलिए वह पैसे इकट्ठे करके और 1974 में भारत आ गए भारत में उन्होंने लगभग 7 महीने तक गुजारे
वह दिल्ली उत्तर प्रदेश हरियाणा पंजाब हिमाचल प्रदेश जैसी जगहों पर बस से घूमते थे और उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि भारत घूमने के बाद एक नई एनर्जी मिली इतना ही नहीं भारत आने के बाद उन्होंने अपना सर मुंडवा लिया और सन्यासी जैसा जीवन जीने लगे थे
लगभग 7 महीने बाद स्टीव जॉब्स जब अच्छा फील करने लगे तब वह अपने देश अमेरिका वापस चले गए और उसी गेम कंपनी अटारी को ज्वाइन कर लिए और अपने माता-पिता के साथ रहने लगे लेकिन अभी भी उनका मन खुश नहीं था क्योंकि उन्हें अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना था इसीलिए वह एक प्लानिंग करते हैं कि हमें एक नई कंपनी खोलनी चाहिए और यहीं से एप्पल की शुरुआत होती है चलिए इसकी कहानी आगे जानते हैं
एप्पल कंपनी का इतिहास | Steve Jobs Apple Story in Hindi
स्टीव जॉब्स और वर्जीनियाक एक बहुत अच्छे दोस्त हैं वह साथ में काम करने के लिए सोच रहे थे उन दोनों लोगों का मन कंप्यूटर में बहुत ज्यादा लगता था और इसीलिए वह दोनों लोग अपना खुद का कंप्यूटर बनाना चाहते थे कि स्टीव जॉब्स को इलेक्ट्रॉनिक चीजों की बहुत अच्छी समझ थी और कुछ सालों बाद उन्होंने अपना खुद का एक पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण किया यह दोनों लोग बहुत ज्यादा खुश हुए और उन्होंने सोचा कि क्यों ना हम लोग मिलकर एक खुद की कंप्यूटर कंपनी ओपन करें
1976 मैं स्टीव जॉब्स और वोजिनियक ने मिलकर एक गैरेज से एप्पल कंपनी की शुरुआत की वह बहुत से बड़े-बड़े इन्वेस्टर के पास गए और उनसे फंड इकट्ठा की चप्पल कंपनी में फंड देने के लिए दो बहुत बड़े इन्वेस्टर राजी हो गए 1980 आते-आते यह कंपनी अमेरिका की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी बन गई और उस समय उन्होंने इस कंपनी का नाम एप्पल ( Apple) रखा था जो कंपनी आज किसी नाम की मोहताज नहीं है
उस समय स्टीव जॉब्स की उम्र मात्र 21 साल थी उन्होंने अपने सबसे पहले कंप्यूटर का नाम एप्पल 1 रखा कुछ समय बाद वोजनियाक और स्टीव जॉब्स एप्पल 2 के लिए काम करना शुरू कर दी है और इसके लिए भी उन्हें इन्वेस्टर की जरूरत थी और इस कंपनी का प्रोजेक्ट देख कर बहुत सारे इन्वेस्टर राजी हो गए इनमें पैसा लगाने के लिए और 1980 आते-आते या कंपनी एक जानी-मानी कंपनी बन गई और उन्होंने इस कंपनी को 20 हजार करोड़ की कंपनी बना दिया लेकिन कुछ साल बाद एप्पल कंपनी से स्टीव जॉब्स ने इस्तीफा दे दिया
नेक्स्ट कंप्यूटर और पिक्स मूवी | Steve Jobs Pixar Movie And Next Computer
आप लोग खुद सोचो जिस कंपनी को आप लोगों ने एक छोटे बच्चे की तरह पाला और बड़े होते ही आपको उस कंपनी से निकाल दिया जाए फिर वह समय आपके जिंदगी का कितना कठिन समय होगा और यही हो रहा था स्टीव जॉब्स के साथ जब उन्हें कंपनी से निकाला गया तब उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें वह पूरी तरीके से डिप्रेशन में चले गए थे एक एक हफ्ता घर से बाहर नहीं निकलते थे
लेकिन कहते हैं ना अगर आपके पास स्किल है तो आपको कोई नहीं हरा सकता स्टीव जॉब्स ने अपना दोबारा एक नया बिजनेस शुरू किया नेक्स्ट कंप्यूटर का उन्होंने इस नाम से एक कंपनी खोली जिनमें बड़े-बड़े इन्वेस्टर पैसा लगाया और उन्होंने अपना पहला खुद का पर्सनल कंप्यूटर 12 अक्टूबर 1988 को लांच किया लोग यह देखकर बहुत ज्यादा खुश हुए क्योंकि यह बहुत ही सस्ते में अच्छा पर्सनल कंप्यूटर लोगों को प्रोवाइड करते थे
1988 के समय में कंप्यूटर लोगों के लिए बहुत ही मूल्यवान वस्तु थी किस कंपनी को बहुत ही ज्यादा सपोर्ट मिला लोगों का और कुछ ही सालों में यह कंपनी एप्पल की ही तरह बड़ी हो गई लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया लोगों को यह लगने लगा कि नेक्स्ट कंपनी एप्पल से महंगा कंप्यूटर उन्हें बेचती है और खुद प्रॉफिट कम आती है और इसी कारण से इनकी कंपनी धीरे-धीरे नीचे गिरती गई और एक समय ऐसा आया जब यह कंपनी पूरी तरीके से बर्बाद हो गई
1986 में स्टीव जॉब्स ने खुद के 10 मिलियन यूएस डॉलर लगाकर एक कंपनी खरीदी जिसका नाम पिक्चर रखा यह 3D ग्रैफिक्स सॉफ्टवेयर बनाती थी यह कंपनी कुछ लोगों के साथ पार्टनरशिप में था इस कंपनी को बहुत ही ज्यादा सफलता मिली और स्टीव जॉब्स और उनके दोस्तों ने इस कंपनी से अधिक पैसा कमाया है
एप्पल कंपनी में स्टीव जॉब्स की वापसी | Steve Jobs Back in Apple Company
एप्पल कंपनी ने 1996 में स्टीव जॉब्स की पुरानी कंपनी नेक्स्ट को 400 मिलियन डॉलर में खरीद लिया धीरे-धीरे एप्पल वालों को पता चल गया स्टीव जॉब्स के पास जो अंदर स्किल है वह किसी के पास नहीं है इसीलिए उन्होंने स्टीव जॉब्स को पूरे सम्मान सहित एप्पल कंपनी में बुलाया और सीईओ पद की गद्दी दे दी
अब स्टीव जॉब्स बहुत ज्यादा खुश थे यह सब उन्हें उनके संघर्षों से ही मिला था धीरे-धीरे बहुत सारे नए प्रोडक्ट लॉन्च किए गए और स्टीव जॉब्स ने इस कंपनी को जमीन से उठाकर आसमान तक पहुंचा दिया 2007 में एप्पल ने अपना पहला मोबाइल लांच किया जोकि धुआंधार तरीकों से मार्केट में बिका
स्टीव जॉब्स की मृत्यु | Steve Jobs Death
2003 अक्टूबर में स्टीव जॉब्स को जब हॉस्पिटल में चेक कराया गया तब उन्हें पता चला कि इन्हें कैंसर जैसी भयानक बीमारी है स्टीव जॉब्स में बहुत कोशिश की है इसे ठीक कराने के लिए 2004 में उन्होंने अपनी पहली सर्जरी करवाई और इनके ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया 2009 आते-आते इनका लीवर भी खराब हो गया और धीरे-धीरे इनका सारा शरीर साथ छोड़ने लगा 17 जनवरी 2011 को स्टीव जॉब्स फिर से एप्पल कंपनी में आ गए और काम करने लगे
24 अगस्त 2011 को स्टीव जॉब्स ने एप्पल कंपनी से इस्तीफा दे दिया और उनकी जगह पर टीम को को को नया सीईओ बना दिया गया 5 अक्टूबर 2011 को कैलिफ़ोर्निया में स्टीव जॉब्स की मृत्यु हो गई जो कि नेचुरल तरीके से हुई
FAQ
स्टीव जॉब्स कौन थे ?
एप्पल कंपनी के सीईओ और फाउंडर थे
स्टीव जॉब्स को क्यों देना पड़ा एप्पल कंपनी से इस्तीफा ?
उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं था इसीलिए उन्होंने उस कंपनी से इस्तीफा दे दिया
स्टीव जॉब्स कहां रहते थे ?
अपने माता पिता के साथ कैलिफ़ोर्निया में रहते थे
स्टीव जॉब्स का आखिरी शब्द क्या था ?
अगर यह मेरी जिंदगी का आखरी पल होता तब भी मैं काम करता
स्टीव जॉब्स ने एप्पल कंपनी की शुरुआत कैसे की ?
1975 में उन्होंने एक गैरेज से एप्पल कंपनी की शुरुआत की
स्टीव जॉब्स की मौत कब और कैसे हुई ?
जॉब्स की मौत 5 अक्टूबर 2011 को कैंसर के कारण हुआ
और भी पढ़े ..
Free Me IPL 2023 Match kaise Dekhe
Jio Coin क्या है पूरी जानकारी
सेटेलाइट क्या है और कैसे काम करता है
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं नाम की लिस्ट
पावर बैंक क्या है और कैसे काम करता है
इस लेख के आखरी शब्द
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैंने आप लोगों को स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय | Steve Jobs Biography And Quotes in Hindi के बारे में बताया हूं अगर आप लोगों को जानकारी अच्छी लगी होगी तो अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करिएगा